Chudasi Mami Chut XXX
हम सब ने कभी न कभी प्यार में धोखा खाया है। ये बहुत आम बात है। पर एक बार बिछड़ने के बाद दुबारा उसी लड़की को चोदना शायद सबको नसीब नहीं होता। पर मेरी किस्मत बहुत अच्छी है। अच्छी बोलूं या खराब ये तो आप ही बताना मेरी कहानी पढ़ने के बाद। मेरा नाम समीर है और मैं मध्य प्रदेश का रहने वाला हूँ। Chudasi Mami Chut XXX
मेने अपने कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर ली है और एक अच्छी कंपनी में जॉब करता हूँ। सब कुछ अच्छे से चल रहा था, तो मेरे परिवार ने मुझे बोला कि अब तुझे शादी कर लेनी चाहिए। मेरी आज तक करीब ९-१० लड़कियों से दोस्ती रह चुकी है और लगभग सबको मैंने चोदा है।
यक़ीन मानिये मुझे आज तक कोई लड़की नहीं मिली जिसकी सील टूटी न हो। सब की सब साली चुदकड़ थी। इसलिए मैं शादी से दूर भागता था। क्युकि गर्लफ्रेंड तक तो ठीक था पर अगर शादी किसी चुदकड़ लड़की से कर ली जिंदगी बर्बाद हो जाएगी। घरवालों ने बहुत दबाव डाला तो मैंने इंटरनेट पर अपनी प्रोफाइल बना ली और लड़की ढूंढने लगा।
आज कल बहुत सी शादिया शाद डॉट कॉम से हो रही है। मैंने भी सोचा यहाँ से अगर कोई अच्छी लड़की मिली तो कर लूंगा शादी। १० दिन बाद ही मुझे एक लड़की का मैसेज आया कि उसे मेरी प्रोफाइल अच्छी लगी तो क्या हम आगे बात बढ़ा सकते है। लड़की फोटो में तो बहुत अच्छी लग रही थी और बाकि सब कुछ भी मेरी प्रोफाइल से मिलता जुलता था।
मैंने भी हामी भर दी मिलने के लिए। खुशबू नाम था लड़की का। हम दोनों ने उस सप्ताह के रविवार को मिलने का प्लान बनाया। वो लड़की सच में बहुत ही ज्यादा खूबसूरत थी और मैं बस रविवार का इंतजार कर रहा था। मैंने सोचा था अगर सब कुछ ठीक रहा तो मैं उसे शादी करने के लिए बोल दूंगा।
रविवार को ठीक १२ बजे मैं तय जगह पर पहुंच गया। वो लड़की पहले से मेरा इंतज़ार कर रही थी। मैंने उसे पहचान लिया और उसने भी मुझे। कसम से बोलता हूँ यार बेइंतहा खूबसूरत थी वो लड़की हर तरह से। बेशक उसके चेहरे की बात करू या शरीर के बनावट की, हर तरफ से कमाल लग रही थी।
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हम दोनों ने हाथ मिलाया और कुर्सियों पर बैठ कर बातें करने लगे। थोड़ी देर बातें करने से मुझे लगा कि ये लड़की काफी मॉडर्न ख्यालो की है। उसके शरीर की बनावट देख कर लग रहा था इसकी भी सील टूटी है। गांड बहुत मोटी थी उसकी, जैसे गांड बहुत मरवाई है।
पर उसकी खूबसूरती देख कर मेरा मन नहीं किया कि उसे मना कर दूँ। मैंने सोचा शायद हो सकता है कि इसके शरीर की बनावट ही ऐसी हो, लड़की शरीफ भी हो सकती है। मैंने उस से पूछा कि अगर आपको कोई दिक्कत ना हो तो क्या हम कुछ दिनों के लिए दोस्त बन कर रह सकते है, ताकि एक दूसरे को अच्छे से जान सकें। उसे भी मेरी यह बात पसंद आयी और वो मान गयी।
लंच करने के बाद हम वह से चले गए और अगले रविवार फिर मिलने का प्लान बनाया। मेरे दिमाग में एक आईडिया था। मैंने सोचा कि एक सप्ताह इस से बातें कर के इसे अपने करीब लाता हूँ और अगले रविवार इसे सेक्स करने क़े लिए बोलूंगा। अगर तो इसकी सील न टूटी हो तो इस शादी कर लूंगा।
अब हम रोज दिन भर फ़ोन पर बातें करने लगे। उस से बातें करते करते मुझे पता नहीं कब उस से प्यार हो गया और उसे मुझसे। हम दोनों ने धीरे धीरे सेक्सी बातें भी करनी शुरू कर दी थी। अब हम दोनों बस आने वाले रविवार का इंतजार कर रहे थे। इस बार हमने फिल्म देखने का प्लान बनाया था।
आख़िरकार हमारा इंतज़ार खत्म हुआ और हम दोनों पहुंच गए फिल्म देखने। फिल्म देखते देखते मैंने उसके कंधे पर हाथ रखा उसने भी कोई ऐतराज नहीं किया। फिर थोड़ी देर में हिम्मत कर क़े मैंने उसे किस करने की कोशिश की। और इस बार भी उसने मेरा साथ दिया और हम किस करने लगे।
मेरा हाथ पता नहीं कब उसकी चूचियों को दबाने लगा। उसने मुझे कुछ भी करने से मना नहीं किया। थोड़ी ही देर में मैंने महसूस किया उसके हाथ मेरी जांघो पर है और वो धीरे धीरे मेरे लण्ड की तरफ बढ़ रही है। मेरा लण्ड तुरंत खड़ा हो गया और मुझसे रहा ना गया.
तो मैंने खुद ही उसका हाथ उठा क़े अपने लण्ड पर रख दिया। वो भी मसलने लगी मेरा लण्ड। हम एक दूसरे को पागलो की तरह सिनेमा हॉल में ही चूमने लगे चाटने लगे। उसने भी अँधेरे का फायदा उठा कर मेरी जीन्स की ज़िप खोल क़े लण्ड हाथ में पकड़ लिया।
अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था, मैंने उसे बोल दिया सेक्स करने क़े लिए। इस बार भी उसने मना नहीं किया, शायद वो भी तड़प गयी थी पूरा। मुझे शक तो तभी हो गया था कि ये भी चुदकड़ ही लगती है। पर जब बात यहाँ तक आ गयी तो बिना चोदे कैसे छोड़ दूँ अब। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.
हम तुरंत सिनेमा हॉल से बाहर निकले और एक होटल में चले गए। कसम से यार ऐसी रंडी लड़की मैंने आज पहली बार देखी थी। साली ने कमरे का दरवाजा भी बंद नहीं करने दिया और टूट पड़ी मेरे ऊपर। पीछे से आकर सीधे लण्ड पकड़ा और जीन्स क़े ऊपर से सहलाने लगी।
मैंने भी दरवाजा बंद किया उसकी तरफ घुमा और उसे चूसना शुरू कर दिया। पागलो की तरह कभी गले पर कभी गालों पर कभी होंठो पर हम दोनों एक दूसरे को चूसने लगे। मैंने भी उसका टॉप ऊपर जीन्स उतार दिया और उसकी पेंटी क़े ऊपर से ही उसकी चूत रगड़ने लगा।
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उसने मुझे पूरा नंगा कर दिया और मेरा लण्ड जोर जोर से हिलने लगी। मैंने भी उसके मुँह में अपना मोटा लण्ड दाल दिया और उसके बाल पकड़ क़े उस से लण्ड चुसवाने लगा। वो भी लॉलीपॉप की तरह मेरा लण्ड चूसने लगी। साली रंडियो की भी हद पार कर दी इसने, लण्ड चूसते चूसते अपनी ही ऊँगली से अपने आप को चोदने लगी।
अब तो पक्का हो गया था ये भी चुदकड़ है। पर मेरा खड़ा लण्ड अब इसे चोदे बिना नहीं मानने वाला था। थोड़ी देर लण्ड चुसवाने क़े बाद जी भर क़े चोदा मैंने उसे। वो तो बस आह्ह्ह्ह आआआआह्ह्ह्ह करती रही और चुदाई करवाती रही। मैंने भी उसे तस्सली से चोदा और उसका पानी निकल दिया।
वो अपने होश में नहीं थी, मेरा लण्ड सहना इतना आसान नहीं। मैंने भी उसका मुँह खोला और मुठ मार कर पूरा रस उसके मुँह में गिरा दिया। वो साली बेहोसी में ही मेरे लण्ड का रस भी पी गयी। मैं खड़ा हुआ और अपने कपडे पहने। मेरा मन टूट गया था, पर कही न कही मैं उस से सच में प्यार करने लगा था।
मैंने उस १० मिनट में मान लिया कि कोई शरीफ लड़की नहीं मिलेगी, पर इतनी खूबसूरत लड़की भी दुबारा नहीं मिलेगी। मैं अभी सोच ही रहा था कि इस से शादी कर लूंगा पर इतने में वो भी होश में आ गयी। और उठ कर जो उसने बोला वो सुन क़े मेरो पैरों तले जमीं खिसक गयी।
उसने बोला कि यार समीर, ६ साल से चुदाई करवा रही हूँ। बहुत सारे लण्ड से चुदवा चुकी हूँ, पर जब शादी करने की बात आयी तो मैं ऐसे लड़के से शादी करना चाहती थी जो मेरी चूत की प्यास पूरी तरह बुझा पाए। इसके लिए शादी डॉट कॉम से भी लगभग १४ लड़के आजमा लिए पर किसी क़े लण्ड में इतना दम नहीं हुआ जो मेरी चीखें निकलवा सके, मुझे चरमसुख दे सके।
पर आज मुझे मेरा सपनो का लण्ड मिल गया। मैं तुझ से शादी करने को तैयार हूँ। तू मुझसे शादी करेगा तो वादा करती हूँ हमारी सेक्स लाइफ बहुत रंगीन होगी। तेरे लण्ड की ताकत और मेरी चूत की प्यास हमारी जवानी बहुत हसीन बना देगी। यह सब सुन कर अब वो मेरे मन से बिलकुल उतर गयी।
मैंने उसे है नहीं बोला पर इतना बोल दिया कि अभी तो एक सप्ताह हुआ है, अभी कुछ और दिन जान लेते है एक दूसरे को। उसके बाद शादी कर लेंगे। उसने मुझे गालो पर चूमा और कहती ठीक है, मैं तेरे फैसले का इंतजार करुँगी। उस दिन क़े बाद मैंने उस से धीरे धीरे दुरी बनानी शुरू कर दी, ताकि वो खुद समझ जाये।
उसे समझ भी आ गया पर अब वो मुझसे बदला लेना चाहती थी। उसने भी मुझसे बात करनी बंद कर दी और कुछ ही दिनों में पता लगा वो मेरे मामा जी से शादी कर रही है। मुझे ये सुन क़े बहुत झटका लगा, पर मैं कुछ कर नहीं सकता था। वो मुझसे बदला लेने क़े लिए ये सब कर रही थी।
वो जानती थी कि मेरे सामने मेरे ही मामा से शादी करेगी तो मैं जलूँगा। पर मैं उसे रोक नहीं पाया और उनकी शादी हो गयी। इस बात को गुजरे अब एक साल हो गया। मेरे मामा जी इंदौर में रहते थे तो वो भी उनके साथ वही चली गयी। मैं सच में उस से बहुत प्यार करता था, शायद कुछ दिन रूकती तो मैं अपने मन को समझा लेता और उस से शादी कर लेता। पर अब बहुत देर हो गयी।
मैं भी अब जिंदगी में आगे बढ़ गया। पर मुझे नहीं पता था मेरी प्रेम कहानी में एक नया मोड़ आने वाला है। अभी एक महीने पहले मुझे इंदौर की एक कंपनी से जॉब का ऑफर आया। मुझे इंटरव्यू देने आना था इंदौर। ये जगह मेरे लिए बिलकुल नयी थी तो मेरे घरवालों ने मुझे बोला कि मामा क़े पास चले जाना।
उन्होंने मामा से भी बात कर ली। मैं यहाँ आना नहीं चाहता था। पर मेरे पास कोई और रास्ता भी नहीं था। मुझे अपने मामा क़े घर आना पड़ा। यहाँ आते ही में खुशबू से अपनी नजरे हटा नहीं पाया। उसने ही दरवाजा खोला और मैं उसे देखता ही रह गया। वो पहले से भी ज्यादा सूंदर लग रही थी। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.
थोड़ा सा शरीर में उभार आ गया था और उस वजह से उसका शरीर अब बिलकुल गदरीला हो चूका था। चूचिया पहले से ज्यादा बड़ी हो लग रही थी और शायद गांड अब ये और ज्यादा मरवाने लगी थी। जिसकी वजह से साड़ी में भी मैं उसकी गांड को पूरी तरह से महसूस कर पा रहा था। पता नहीं क्यों वो मुझे देख कर खुश बहुत थी और देखते ही गले लग गयी।
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मुझे मामा जी का डर था तो मैंने उसे हटा दिया। मामा जी भी आ गए और मैंने उनके पैर छुए और थोड़ी बातचीत की। रात काफी हो गयी थी तो हम सब खाना खा कर सो गए। अगले दिन मुझे इंटरव्यू पर जाना था, तो मैं सुबह जल्दी तैयार हो कर निकल गया घर से।
मेरा इंटरव्यू बहुत अच्छा हुआ और मेरी नौकरी पक्की हो गयी। अब मुझे वहां पर रहने का ठिकाना ढूँढना था कोई। मैंने ऑफिस से एक हफ्ते का टाइम मांग लिया। दोपहर तक मैं घर वापिस आ गया। मैंने देखा खुशबू घर में अकेली है और मामा जी काम पर गए है।
खुशबू ने मुझे बोला तुम हाथ पैर धो लो मैं खाना लगाती हूँ।
मैं अपने कमरे में चला गया और थोड़ी देर बाद हाथ पैर धो कर बाहर आ गया खाने। खुशबू खाना ले आयी और मैं टीवी देखने लगा खाना खाते हुए। इतने में खुशबू मेरे पास आ कर बैठ गयी और बोली, तू अब बात भी नहीं करेगा मुझसे, अभी तक नाराज है। मैंने बोला तुझे ही शादी करने की जल्दी थी, मुझे थोड़ा टाइम देती तो आज हमारी शादी हुयी होती।
इतने में मैंने देखा कि खुशबू की आँख में आंसू आ गए। मैंने उसे पूछा क्या हुआ, तू रोने क्यों लगी। उसने मुझे गले से लगा लिया और बोली सॉरी समीर मैंने गुस्से में तुझे जलाने का सोच कर अपनी ही जिंदगी बर्बाद कर ली है। मुझे हमेशा से ऐसा कोई चाहिए था जो मेरी जवानी का मजा उठाये और मुझे अपनी जवानी का मजा दे।
पर तेरा मामा तो नपुंसक है साला। आज तेरे मामा क़े सिवा पूरा मोहल्ला मुझे चोदता है। पर मेरी प्यास बुझाने वाला कोई नहीं मिल पाया। मैं तेरे आने से बहुत खुश हु, मैं जानती हु मेरी आग तू ही शांत कर सकता है। अब मुझे उस से कोई प्यार नहीं था पर मेरा मन था कि उसे फिर से चोदू।
बल्कि जब से मैं यहाँ आया उसकी चूचिया और गांड देख कर मैं खुद ही २ बार मुठ मार चूका था, और सोच ही रहा था कि कोई मौका देख कर इसे चोदू। इसने खुद ही मुझे मौका दे दिया पर अभी मैं थोड़ा सा आनाकानी कर रहा था। उसे बोल रहा था कि ये सब गलत है। अब तेरी शादी हो गयी है और तू मेरे मामा की बीवी है। प
र वो बार बार मेरे करीब आ रही थी। उसके करीब आने से मेरा भी लण्ड खड़ा हो गया। मेरा खड़ा लण्ड देख कर वो रंडी फिर से अपनी ओकात पर आ गयी। हंस क़े बोलने लगी अब तो तेरा लण्ड भी राजी हो गया साले समीर तू भी आजा अब बुझा दे मेरी प्यास।
इतना बोल क़े वो मेरे पैजामे में हाथ दाल क़े मेरा लण्ड हिलने लगी और मेरे होठों को चूमने लगी। मैं अभी भी ना ना कर रहा था और वो बोली चल न साले मुझे पता है तू भी मुझे चोदना चाहता है। कल रात को मुठ मार रहा था मैंने देख लिया। मैं तो तब से इस समय का इंतज़ार कर रही थी।
अब और चूतिया न बना चल ले मेरी चूत क़े मजे और दे मुझे अपने लण्ड क़े। अब मैं भी टूट गया उसपे। उसे सोफे पे लिटा दिया और चढ़ गया उसके ऊपर। आज भी उसका पागलपन वही था। हम दोनों अब एक दूसरे को चुम रहे थे चाट रहे थे। सिर्फ ५ मिनट में उसने मुझे और मेने उसे नंगा कर दिया।
सिर्फ कपड़ो क़े ऊपर से ही नहीं अंदर से तो और ज्यादा बड़े लग रहे थे उसकी चूचिया और गांड। आज मैं उसे गालिया दे रहा था और वो मुझे। मैंने बोला उसे कि लगता है तू सबको अपनी प्यास बुझाने क़े लिया आजमा रही थी और वो अपने मजे ले गए साले।
तेरी बड़ी बड़ी चूचिया और तेरी गोल गोल गांड बता रही है तू इस मोहल्ले की रंडी बन चुकी है। वो बोली साले ऐसी रंडी तो मैं पहले भी थी पर अगर तू मिल जाता तो मुझे और किसी की तलाश न रहती। पर आज मिल गया आज क़े बाद मेरी तलाश फिर खत्म। इस बार तुझे कही जाने नहीं दूंगी। अब खुशबू सिर्फ समीर की रंडी बन कर रहेगी।
इतना बोल कर उसने मुझे उठाया और बोली मुझे अपना लण्ड चूसने दे। मैंने भी उसे ज़मीन पर बिठाए और खुद सोफे पर बैठ कर लण्ड उसके मुँह में दे दिया। आज तो साली पहले से भी ज्यादा पागल लग रही थी। लण्ड को पूरा गले तक लेकर जाने की कोशिश कर रही थी। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.
बार बार लण्ड पर थूकती और फिर चूसने लगती। खांस रही थी पर साली चुस्ती रही फिर भी। मैं भी आँखे बंद कर क़े मजे ले रहा रहा था लण्ड चुसवाने क़े। १० मिनट तक लगतार वो मेरे लण्ड को लॉलीपॉप समझ कर चुस्ती रही। फिर खड़ी हो गयी और बोली चल साले कमरे में और वहां चोद मुझे अब।
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इतनी बड़ी चुदकड़ थी कि मेरा लण्ड छोड़ ही नहीं रही थी। मेरा लण्ड पकड़ कर आगे आगे चल रही थी और मैं उसके पीछे पीछे उसके रूम में। रूम में जाते ही उसने मुझे बेड़ पर धकेल दिया और फिर से मेरे ऊपर आ गयी। मेरे होंठो को चूमने लगी और मेरा लण्ड पकड़ कर हिलने लगी।
मैंने उसे धक्का दिया और अब मैं उसके ऊपर चढ़ गया। मैंने उसे बोला आजा रंडी अब में तेरी प्यास बुझाता हूँ। वो भी बोली वही तो मैं चाहती हूँ साले। अब ये खुशबू रंडी तेरी है, कर जो करना है। मैं उसकी चूत मैं ३ उंगलिया डाल दी और वो चिल्लाई आह्ह्हह्ह। साले कुत्ते ऊँगली नहीं लण्ड डाल।
मैंने बोला रुक रंडी, मजे ले पुरे। वो भी बोली हाँ कर ले साले जो करना है, बस चोद दे मुझे आज दिखा दे अपने लण्ड की ताकत। मैं उसकी चूचिया दबाने लगा चूसने लगा और वो मेरे निचे आअह्ह्ह्हह आआह्ह्ह आआह्ह्ह करती रही। मैं अपना लण्ड उसकी चूत पर पर रख कर रगड़ने लगा।
अब वो और ज्यादा आहें भरने लगी। उसकी आवाज में हवस भरने लगी। आआह्ह्ह्हह ऊऊऊऊऊह्ह्हह्ह ऊऊऊऊह्ह्ह्ह ऊऊऊह्ह्हह्ह हां समीर हां और अच्छे से मजा आ रहा है। लव यू यार तू ही है मेरी चूत की आग बुझाने वाला। अब रहा नहीं जाता मेरी जान डाल दे अपना लम्बा मोटा हथियार मेरी गुफा मे।
मेरे से भी रहा नहीं जा रहा था अब तो मैंने भी उसकी टाँगे उठायी और निशाना लगा क़े उसकी चूत में जोर से झटका दिया। पहली बार जाते ही वो चीला उठी और बोली यही चाहिए था मुझे साले समीर यही चाहिए था। तू ही है मेरा ख्वाबो का राजा अब अपनी इस रानी को रंडी समझ अपने बाप की जागीर समझ और चढ़ जा घोडा बन कर मुझ पर।
मैंने भी अपने लण्ड का कमाल दिखाया, लण्ड को रेलगाड़ी की स्पीड मैं उसकी चूत में अंदर बाहर करने लगा। वो गन्दी गन्दी गालिया दे रही थी मुझे और मुझे भी बोल रही थी कि मैं भी उसे माँ बहिन की गालिया दूँ और चोदू। मुझे भी जितनी गालियां आती थी सब दे कर उसे चोदता रहा।
और वो चिलाती रही आआअह्ह्ह्ह आआअह्ह्ह हु मैं रंडी, ह्ह्हह्ह सिर्फ समीर की रखेल बनूँगी मैं आह्ह्ह्हह्ह्ह्ह। हर तरह से चुदवा रही थी वो मुझसे, कभी साली मेरे ऊपर आ जाये कभी कुतिया बन जाये। हर बार पोजीशन चेंज करते हुए मेरा लण्ड चुस्ती। और जितना मेरा लण्ड चुस्ती उतना मैं और पागल हुआ जा रहा था।
मैं भी उसे जोर जोर से चोदता रहा और वो चुदकड़ और जोर से और जोर से बोलती रही। २ बार उसका पानी छूटा पर अभी भी साली पता नहीं कितनी प्यासी थी अभी भी और चोद और चोद बोली जा रही थी। बार बार मेरा लण्ड चूस क़े मुझे भी चोदने पर मजबूर कर रही थी।
उसकी चीखें पुरे घर में गूँज रही थी। तीसरी बार पानी निकला तो बोलती अब आजा मेरी गांड मार साले। इतनी प्यासी थी यार वो। मैं भी उसे पूरी तरह से कुतिया बना क़े उसके बाल पकड़ कर उसकी गांड में डाल दिया अपना लण्ड। चूत में तो सेहन कर ली पर गांड में मेरा लण्ड सेहन नहीं कर पायी और खून निकलने लगा गांड से।
अब उसकी चीखे और बढ़ गयी पर अब मेरा पागलपन न रुका। मैं जोर जोर से उसकी गांड मरने लगा, वो चीखती रही पर मैंने उसकी एक न सुनी। अब मेरा पानी निकलने वाला था तो मैंने उसे उठाया और लण्ड उसके मुँह में दे दिया। वो अब चूसने की हालत में नहीं थी पर मैंने भी उसका सिर पकड़ कर जबरदस्ती उस से अपना लण्ड चुसवाया।
साली रंडी पहले तो मजे ले रही थी अब गांड मारी तो बेहोश हो गयी। वो बोली साले गांड धीरे धीरे मरता इतनी जोर से मरेगा तो तेरा मोटा लण्ड कोई लड़की नहीं सेहन कर पायेगी गांड में तो। मेरे लण्ड ने भी अपना रस छोड़ दिया और पिछली बार की तरह इस बार भी वो लण्ड का सारा रस पी गयी। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.
अब हम ऐसे ही नंगे बेड़ पर लेटे रहे। थोड़ी देर में उसे होश आया तो मेरे ऊपर आ कर बोली समीर आयी लव यू यार। इस बार अब मुझे छोड़ कर नहीं जाना। मैं अब कोई ऐसा काम नहीं करुँगी जिस से मैं तुझे खो दूँ। मुझे कुछ नहीं चाहिए बस मेरी चूत को तेरे लण्ड की जरुरत है।
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मेरा भी मन नहीं किया कि इतनी बढ़िया रंडी मिली है न शादी की टेंशन न और कुछ बस चुदाई क़े मजे लेने है। मैंने भी उसे बोल दिया कि मेरी नौकरी पक्की हो गयी है, तो तू किसी तरह मेरे यही रहने क़े लिए मामा जी को मना ले। फिर रोज चुदवा लेना मुझसे।
उसने शाम को ही मामा जी से बात कर ली और मैंने अपने घर पर। पूरा एक महीना हो गया अब खुशबू मेरी पर्सनल रंडी है और मैं रोज चोदता हूँ उसे। हर रात वो मामा जी क़े सोने क़े बाद मेरे रूम में खुद ही आ जाती है चुदवाने। मेरी तो यारो चांदी हो गयी है अच्छी नौकरी, रोज रात में चुदाई क़े मजे। और सब से अच्छी बात जो साली मुझे धोखा देकर गयी थी आज वो ही मुझसे चुदवाने क़े लिए रोती रोती मेरे पास आयी और अब जब मैं चोदता हूँ तो भी दर्द से रोती है। पर मजे चल रहे है लाइफ में।
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