Wife Sister Sex Kahani
नमस्कार दोस्तों, मैं अंशु आप सभी का एक बार फिर से क्रेजी सेक्स स्टोरी पर स्वागत करता हूँ. दोस्तों आप सबने मेरी कहानी के पिछले भाग प्यार भरे जीवन की शुरुआत कामुक कहानी 1 में पढ़ा होगा की कैसे बचपन में एक बारात में कुछ लड़कियों से मेरी लड़ाई हो गई थी, और वक़्त के खेल से उन्ही में से एक लड़की से मेरी शादी हो गई. अब आगे पढ़िए- Wife Sister Sex Kahani
मै: अपना नम्बर बोलो कभी हॉस्पिटल से आते टाईम कुछ लाना होगा तो फोन कर पूछ लूंगा।
स्वाति:(अपना मोबाइल देते हुए) 181099.
मै: क्या?
स्वाति: पासवर्ड।
मै: (उसका मोबाइल लिया और अपना दिया) 342834.
स्वाति: क्या?
मै: पासवर्ड!
स्वाति: (मुसकुराते हुए) कितना अश्लील पासवर्ड है।
मै: इसमे अश्लील क्या है।
स्वाति: अश्लील ही है!
मै: क्या अश्लील है। बताओ ना कैसे अश्लील है?
स्वाति शर्माते हुए, मेरा हाथ अपने चूंचियों पर रखती है और बोलती है 34, अब कमर पर रखती है और बोलती है 28 और गान्ड पर रखते हुए बोलती है 34।
स्वाति: ये होता है इसका मतलब समझे मेरे भोले पति।
मै: हां अब समझा इसका मतलब।
स्वाति: क्यूं पासवर्ड सेट करते समय क्या सोचा था?
मै: अरे मैने नही सेट किया था?
स्वाति: (मेरे गले मे बाहें डालते हुए) ओहो तो मेरी बॉडी का परफेक्ट नाप अपने आप सेट हो गया!
अब मुझे याद आया कि मेरे चचेरे भाई ने पासवर्ड सेट किया था जब नया मोबाइल खरीदा था।
मै: पासवर्ड सेट करने वाले को तो मै बाद मे देख लूंगा पहले तो तुम्हें प्यार कर लूं।
मै उसे गोद मे उठाया और स्मूच करने लगा धीरे धीरे हमारे सारे कपड़े उतर गए मै उसके जिस्म को हर जगह चूसा अब बेड पर ले जा स्मूच करने लगा। इतने मे उसका फोन बजा वो बात करने लगी सांसें नॉर्मल करके शायद उसकी बड़ी बहन का फोन था मै हल्के हल्के पेट नाभि चूसते हुए पेडू से होते हुए बुर पर हल्के हल्के चूम्मी लेने लगा।
इतने मे उसकी दीदी की आवाज फोन से आने लगी मुझे लगा स्पीकर ऑन किया होगा। मै बुर पर एक जोरदार चुम्बन देते हुए ऊपर देखा तो वो वीडियो कॉल कर मुझे बुर चूसते हुए दिखा रही थी मै जल्दी से मोबाइल झटका दिया। मोबाइल दूर बेड पर जा गिरा।
मै: (प्यार से डांटते हुए) पागल है क्या, क्या कर रही थी?
स्वाति:(हंसते हुए) फ्रंट कैमरा था हुजूर!
मै मोबाइल देखा तो कॉल कटा हुआ था। अब स्वाति मेरे पीठ से लग गई और प्यार जताने लगी। अब मुझे लिटा मेरे लन्ड पर धीरे धीरे बैठ चुदाने लगी। कुछ देर मे साईड से लेट चोदने लगा अब सामने सामने एक दुसरे को बाहों मे भर चुदाई करी अब उसके ऊपर चढ़ जोर से चुदाई करने लगा। जब झड़ने वाला था तो उसने कमर पकड़ लिया जिससे मै उसके ही अंदर झड़ गया। मै उसके ऊपर से हटना चाहता था लेकिन वो हटने नही दी मेरा लन्ड अभी भी उसकी बुर मे था।
मै: ये जो बार बार हटने के टाईम मुझे पकड़ लेती हो जोर से पता है ना क्या हो जाएगा।
स्वाति: क्या हो जाएगा!
मै: तुम मम्मी बन जाओगी।
स्वाति: मै मम्मी बनना चाहती हूं।
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उसकी बात सुन मेरा लन्ड उसकी बुर मे ही फूलने लगा मै कमर हिला उसकी चुदाई दोबारा शुरु कर दिया वो भी गान्ड उठा लन्ड लेने लगी। एक राऊंड की घमासान चुदाई फिर शुरू हो गई थी और उसकी बुर मे झड़ते हुए खत्म हो गई। अब लगभग रोज हम चुदाई करते थे।
अब कुछ दिन मे गर्मी की छुट्टी होने वाली थी उसकी दीदी के बच्चों की वो यहीं एमपी मे रहते थे तो स्वाति ने मुझे पुछा कि उन्हें बुला लूं तो मै हां बोल दिया। स्वाति अगले दिन मै जब हॉस्पिटल से घर आया तो उसकी दीदी अपने सात, आठ साल के दो बच्चों के साथ आ गई थी।
मै उनका पैर छूने के लिए झुका और जब चेहरा गौर से देखा तो हैरान परेशान हो गया। ये उन छह लड़कियों मे से एक थीं जिनसे मेरा झगड़ा हुआ था मुझे धुंधला सा याद था। वो मुझे देख मुस्कुरा रही थीं मै थोड़ा नर्वस हो गया और बाथरुम मे चला गया।
मै बाहर निकला तो ना स्वाति से बात कर रहा था ना उसकी दीदी शर्मिला से। बस उनके बच्चों के साथ खेल रहा था। रात को खाने टाईम भी मै किसी से सीधे मूंह बात नही कर रहा था जबकि वो थोड़ा थोड़ा मुस्कुरा रही थीं। अगले दिन से वो मुझसे थोड़ा बात करने की कोशिश करने लगी थी मेरा मूड खराब देख स्वाति मुझसे बात करने लगी रात को।
स्वाति: क्या हुआ नाराज क्यों हो?
मै: तुमको नही पता है?
स्वाति:(मुसकुराते हुए, मेरा सर गोद मे रख मुझे प्यार जताने लगती है) बताओ ना बाबू!
मै: छोड़ो परेशान मत करो!
स्वाती: अरे बाबू दीदी की वजह से गुस्सा हो!
मै: अरे तुम पहले नही बता सकती थी।
स्वाति: अरे दीदी ही नही बताने को बोली थीं वो अपने ही तरीके से डील करना चाहती है।
मै: लेकिन तुम बता तो सकती थी मुझे!
स्वाति: अच्छा सॉरी बाबा, तुम बोलो तो दीदी भी माफी मांग लेगी!
मै: पागल है क्या, दीदी से माफी मंगवाऊंगा! कुछ भी बोलती है।
स्वाति: तो क्या चाहते हो आप?
मै: यार मुझे शर्म आती है थोड़ा टाईम लगेगा!
थोड़ी देर मे हम सो गए। अब अगले कुछ दिन दीदी मुझे छेड़ती रहीं कभी ऊंगली से टच कर देती कभी कहती इतना शर्मा काहे रहे हैं। सन्डे को मै दोपहर तक गांव घूमकर आया तो सारे सो रहे थे। मै बाथरूम मे नहाने गया तो कुछ देर मे स्वाति आ गई वो टॉवेल लपेटे थी।
मै: क्या हुआ?
स्वाति: लाएगी नहा देती हूं।
मै मना किया फिर भी वो अन्दर आ गई। कुछ देर मुझे नहलाने के बाद मुझे किस करने लगी मै समझ गया कि रोमांटिक हो रही है वैसे भी जबसे उसकी दीदी आई थी तो उनके बच्चे मेरे साथ ही सोते थे तो हमारे बीच सेक्स नही हो पाया था। अब वो अपना टॉवेल खोल दी और सिर्फ ब्रा पैन्टी मे थी मै सिर्फ अंडरवियर मे था।
हम स्मूच करने लगे, अब उसने ब्रा उतार दी और निप्पल मेरे मूंह मे डाल दी मै पूरे चूचियों को मसल मसल चूसने लगा एक दम कड़क थीं। अब वो मेरा अंडरवीयर उतार दी और अपनी पैन्टी भी। वो मेरे कड़क लन्ड से खेलने लगी, आज पहली बार वो मेरा लन्ड सहला रही थी मै उसकी ओर देखा तो वो शर्माते हुए छोड़ दी। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.
मै घुटने पर बैठ थोड़ा उसकी बुर को चूसा ऊपर से सावर का पानी उसकी बुर की फांकों से होता हुआ मेरे मूंह मे आ रहा था वो मेरे सर के बाल सहला रही थी जो अभी छोटे छोटे थे उसके कहने पर मै बाल रखने लगा था। अब हम खड़े खड़े ही चुदाई करने वाले थे वो अपना एक पैर बाल्टी पर रखी मै सामने से लन्ड डाल चुदाई करने लगा कुछ देर मे वो थोड़ा सा बैंड हुई और मै उसे दीवार से लगा पीछे से चोदने लगा। इतने मे दरवाजे पर नॉक हुई।
शर्मिला दी: स्वाति नहा रही है क्या?
स्वाति: हां दी!
स्वाति अन्दर से आवाज दी।
दी: दरवाजा खोल मुझे जोर से सूसू लगी है।
उनकी बात पुरी होते होते स्वाति ने दरवाजा खोल दिया क्योंकि जिस दीवाल से वो सटी थी उसके बगल मे ही दरवाजा था जिसे उसने बिना हिले सिर्फ हाथ बढ़ा खोल दिया। मै तो सीधा उसकी कमर को पकड़ा और एक कोने से चिपक गया और टॉवेल ले उसकी और खुद की कमर पर लपेटा एक ही टॉवेल था। वो अंदर आ गईं थीं। मै लज्जा अपना चेहरा स्वाति के बालों से ढक लेता हूं और टॉवेल पकड़ खुद को स्वाति के पीछे छुपाने की कोशिश करता हूं।
दी: ओहो तो दोनो हो, क्या हो रहा है एक साथ!(वो हंसते हुए पुछी).
स्वाति:(हंसते हुए) कुछ नही दी बस नहा रही थी इनको!
दी: बस नहा रही थी या और कुछ!
स्वाति: ना बस नहा रही थी!
दी: ठीक है फिर नहाओ!
वो हमारे सामने ही साड़ी उठा मूतने बैठ जाती हैं सीट पर सुर सुर की आवाज़ आती है। अब पानी से धोती हैं और जाने लगती हैं।
दी: डॉक्टर साहब जो आप अपनी हाथों से छुपा रहें हैं उसे मै बहुत बार देख चुकी हूं।
इतना बोल वो हंसते हुए चली गई। शायद वो स्वाति के चूचियों की बात कर रही थीं जिसे मै अपने एक हाथ से ढकने की कोशिश कर रहा था। उनके जाते ही मै स्वाति पर गुस्सा करने लगा।
मै: ये क्या किया तुमने पागल हो क्या?
स्वाति: (मुसकुराते हुए) क्या किया मैने कुछ भी तो नही?
मै: छोड़ों अब मुझे जाने दो।
वो घूम कर मेरे कमर पर चढ़ गई और बाहों से गले मे लटक गई।
मै: पागल हो क्या उतरो, पानी पर फिसलन से गिर जायेंगे।
मै दीवाल पकड़ सहारा लिया क्यूंकि गिले एरिया मे गोद मे उठाना मुश्किल था। वो मुझे स्मूच करती रही मै समझ गया ये नही मानेगी। मै उसकी गांड़ पकड़ सहारा दिया और धीरे धीरे लन्ड बुर मे घुसा दिया और वैसे ही गोद मे उठा चुदाई करने लगा।
मै: बहुत बदमाश है तू ऐसे देख क्या सोची होगी दी।
स्वाति: सोची होगी कि कितना प्यार है दोनो मे।
मै: तुझसे ना मै जीत नही सकता, दिल करता है काट लूं तुझे।
मै होंठों से उसके गर्दन गाल चूसते हुए बोला।
स्वाति:(मदहोशी मे) तो काटो ना!
वो मुझे गले गाल गर्दन पर काटने लगी हल्के हल्के। मै भी हल्के हल्के चूसता काटता। कुछ देर मे दोनो एक साथ झड़ गए मै उसे गोद से उतारा मेरा लन्ड अभी भी झूम रहा था मै शॉवर ऑन किया और दोनो नहाने लगे। “Wife Sister Sex Kahani”
स्वाति:(मेरा लन्ड सहलाते हुए) ये तो अभी भी खड़ा है शायद दीदी को देख कर कुछ ज्यादा ही जोश चढ़ा है इसे।
मै उसे प्यार से थपड़ मारने का इशारा किया और टॉवेल लपेट बाहर आ गया। अब उसकी दीदी से नजर मिलाना और भी मुश्किल हो गया था और दुसरी ओर वो मुझे छेड़ती रहतीं मै उनसे बचता रहता एक बार तो उन्होंने कह दिया कि बडे़ अच्छे चाटते हो कभी हमारी भी चाट लो ये उन्होंने चाट खाते हुए कहा था।
अब कुछ दिनो बाद स्वाती की छोटी बहन आने वाली थी उसका भी छुट्टी थी तो आने वाली थी। मै रायपुर जा पिक किया और आने लगा आते आते शाम हो गई। घर पहुंचते ही वो गाड़ी से उतरी और अपनी बहन और बच्चों को देख दौड़ते हुए मिलने भागी.
कुछ देर पहले बारिश हुई थी जिससे वो फिसल गई और चुटड के बल गिर गई सब हंसने लगे मै उसे उठाया। अब अंदर आया तो वो रोने लगी। शायद कंकरीली जमीन पर गिरने से अच्छा चोट लगा था सब पूछने लगे क्या हुआ ज्यादा चोट लगा क्या। उसका नाम साधना था लेकिन सब उसे बेबी बुलाते थे। “Wife Sister Sex Kahani”
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स्वाति: अच्छा चल जींस उतार पहले देखती हूं कितना चोट है।
वो जींस उतारती है मै कमरे मे था वो सोफे पर लेटी थी हॉल मे। बच्चे उसे चिढ़ा रहे थे बेबी का माटुंगा टूट गया।
स्वाति: (कमरे मे आ मुझे बुलाती है) लगाता है कंकड़ चुभने से खून बहने लगा है। चलिए ड्रेसिंग कर दीजिए।
मै बाहर आता हूं बेबी सोफे पर पेट के बल लेटी थी जींस उतर चूका था और समीज से चूतड झुपा था। दी के बच्चे बेबी को चिढ़ा रहे थे बेबी का माटुंगा टूट गया दी उन्हें हॉल से बाहर ले जाती हैं स्वाति भी किचेन मे चली जाती है। अब सिर्फ मै और बेबी थे।
मै समीज ऊपर करता हूं उसने पतली पैन्टी पहन रखी थी उसके चूतड शीशे जैसे चमक रहे थे जो थोड़ा छिल कर लाल हो गए थे। मै पहले रुई भिगोकर चूतड की सफाई करता हूं डेटॉल की वजह से उसे जलन होती है। वो आह उह सी सी करती है।
अब एक एंटी सेप्टिक क्रीम उसके पूरे चूतड पर लगाता हूं और अन्त मे मुझे ना जाने क्या हुआ कि उसके चूतड को हल्के से चूम लेता हूं बहुत प्यारे लग रहे थे। वो हल्के से पीछे मुड़कर कटिली मुस्कान देती है और सर को तकिए से छुपा लेती है।
मै चूतड को ढक देता हूं बच्चे हॉल मे आ जाते हैं तो मै छेड़ने के लिए बोलता हूं देखिए आपकी मौसी का गुब्बारा पंचर हो गया। बच्चे हंसने लगते हैं बेबी शर्मा कर सर छुपा लेती है। मै उसे पेन किलर देता हूं। एक दो दिन ऐसे ही बीता अब बच्चे अपनी मौसी के साथ सोते थे दूसरे कमरे मे और दी दूसरे कमरे मे और मै और स्वाति अपने कमरे मे सोते थे।
स्वाति कि दी अब भी मुझे छेड़ते रहती थीं एक बार तो सबके सामने ही बोल दी की मेरे पास एक वीडियो है, जिसपर बेबी पूछने लगी कौनसी तो वो बोल दी तेरे जीजू की। फिर बात बदल दी लेकिन बेबी बार बार पूछने लगी कौन सा वीडियो। स्वाति और उसकी दी हंस रही थीं। अब एक रात मै सो रहा था मेरे लन्ड पर कुछ महसूस हुआ उठा तो स्वाति मेरे लन्ड को सहला रही थी और चूम भी रही थी।
मै उसे मना किया कि ऐसा ना करे और उठ कर उसे स्मूच किया और पानी पीने के लिए बॉटल टेबल से उठाया। मै नंगा ही कमरे मे पानी पी रहा था. कमरे मे नाइट बल्ब जल रही थी,कि पीछे से मुझे बाहों मे किसी ने भरा मै सोचा स्वाति होगी तो उसका हाथ पकड़ चूमने लगा तब ही कुछ गड़बड़ लगा। मै पीछे मुड़ा तो उसकी दी थी मै जल्दी से टेबल से टॉवेल उठाया और लपेटने लगा। “Wife Sister Sex Kahani”
दी: क्या हुआ डॉक्टर साहब नाराज क्यों हैं?
मै हटने लगा तो उन्होंने मेरा पैर पकड़ना चाहा जो मैने नही पकड़ने दिया।
दी: अरे कहिए तो पैर आपके पकड़ लेती हूं अब तो माफ कर दीजिए।
मै: क्या कर रही हैं आप छोड़िए। बड़ी हैं आप।
कुछ देर मे मै बातचीत शुरू कर देता हूं।
दी: बाप रि बड़ा सताया आपने तो।
मै: सॉरी दी मै थोड़ा सा ऐसा ही हुं, माफ कर दीजिए।
अब तीनो हंसने लगे।
स्वाति: अच्छा अब तीनो बैठते हैं कितनी बात करनी है।
अब तीनो बैठ गए बेड पर और खूब बातें करी रात करीब एक बजे तक। क्योंकि कल सन्डे था।
स्वाति: अच्छा दी कुछ दिन और रूक जाओ ना अभी तो कितनी मस्ती करनी है।
दरअसल कुछ दिन बाद उन्हें जाना था उनका टिकट प्री बुक था।
मै: हां रूक जाइए ना अभी तो हमारी बात ही शुरू हुई है। मै उन्हे मनाने लगती हुं।
दी: एक शर्त पर रुकूंगी।
मै: क्या।
दी: जो सेवा अपनी बीबी को देते हो वैसी ही सेवा देनी पड़ेगी।
मै: कैसी सेवा?
दोनो हंस रही थीं। और स्वाति मोबाइल निकाल कर एक वीडियो चलाई जिसमे मै उसके बुर को चूस रहा था। मै मोबाइल जल्दी से बन्द करवाया। और स्वाति को प्यार से डांटते हुए कहा की पागल कब बनाया तूने। वो मेरे गले लग गई हंसते हुए और गाल पर चूमने लगी। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.
मै: छोड़ो मुझे?
दी: डॉक्टर साहब ऐसी सेवा हमे भी देनी पड़ेगी। तभी मै रुकूंगी।
मै: क्या आप भी ऐसी बातें करती हैं?
दी: ठीक है तो मै चलती हूं?
स्वाति उनका हाथ पकड़ बैठाती है और मेरे ऊपर चढ़ जाती है। मै बेड पर लेटा था स्वाति मेरे ऊपर लेट गई 69 की तरह और मेरा पैजामा उतारने लगी जिससे मेरा लन्ड बाहर आ गया। मै उसे हटाने की कोशिश किया लेकिन हटा ना सका मेरा सर बेड से नीचे लटक रहा था जिससे मै ज्यादा जोर नही लगा पा रहा था।
अब दोनो मेरा लन्ड पकड़ चुकी थीं मै मना करता रहा लेकिन वो सुनी नही अब तो दोनो चूमने भी लगी थी जिससे मेरा लन्ड सख्त होने लगा था और मेरा विद्रोह दबने लगा था। मेरी नजर कमरे की खिड़की पर गई जो हॉल मे खुलती थी वैसे तो उसपर पर्दा था अंदर से लेकिन मुझे लगा कि कोई है खिड़की पर मै चीखा। “Wife Sister Sex Kahani”
मै: आह छोड़ो मुझे खिड़की से कोई देख रहा है!
स्वाति: नही छोड़ना दी ये इनका बहाना है बचने का।
मै: अरे देखो तो एक बार सच मे कोई है।
उसकी दी उठकर चेक करने जाती है तो कोई नही था तब तक मै खुद को स्वाति से आजाद करा लेता हूं और बेड से नीचे उतर जाता हुं स्वाति मुझे पीछे से पकड़ लेती है और उसकी दी घुटनों पर बैठ मेरा लन्ड पकड़ लेती हैं जो काफी कड़क हो गया था वो उसे चूमती हैं और स्कीन पीछे कर सुपाड़े पर जीभ फिराई।
मेरा प्रतिरोध जारी था मेरी नजर फिर खिड़की पे गई जहां अभी फिर कोई आ गया था , मै समझ गया कि मेरी साली बेबी ही थी क्योंकि बच्चों की उतनी हाईट नही थी जितनी खिड़की की और बाहर से कोई आ नही सकता। अब खिड़की से हट गई थी शायद चली गई थी।
इधर उसकी दी मेरे सुपाड़े पर जीभ फिरा ही रही थी जिससे मेरा शरीर झनझना उठता, मै छोड़ने की रिक्वेस्ट कर रहा था अब उन्होने पूरा लन्ड मूंह मे लेने की कोशिश करी तो उबकाई आई तब छोड़ा। मै हटने लगा तो स्वाति मुझे ले सीधा बेड पर कुद पड़ी और साड़ी सहित ही अपनी बुर मेरे मूंह पर घिसने लगी मेरा दम घुटने लगा।
मै: ठीक है अब हटो।
उसकी दी उसे हटाती है और मेरे होंठ से होंठ दोनो लगा देती हैं। और चूसने लगी कभी गाल कभी गर्दन कभी सीने पर चूमती। कुछ देर मे मै भी साथ देने लगा। दोनो के गर्दन पर चूसा दोनो के मम्मे चूसे अब उसकी दी की साड़ी उठा बुर चुसने लगा वो सिसकारियां भरने लगी सर को पटकने लगी। “Wife Sister Sex Kahani”
शर्मिला: आह डॉक्टर साहब ऐसा मजा मुझे पहले कभी नही मिला ओह आह।
कुछ देर मे ही वो झड़ गई। अब स्वाति मेरे ऊपर चढ़ गई और मेरा लन्ड बुर मे डाल ऊपर से कूदने लगी। कुछ देर मे उसकी बहन भी लन्ड बुर मे ले चुदवाने लगी जब दोनो थक गई तो पहले उसकी बहन मेरे को खुद पर चढवा ली मै चुदाई करने लगा और जब झड़ने वाला था तो हटने लगा.
तो स्वाति मेरे ऊपर लेट गई जिससे उसकी दी मेरे नीचे दबने लगी और मै निकाल नही पाया और उनके अंदर ही झड़ गया वो भी मेरे साथ ही झड़ गईं थीं। अब जल्दी से स्वाति मुझे अपने ऊपर लिटा ली और मेरा लन्ड सहलाने लगी मुझे स्मूच करने लगी जिससे मेरा लन्ड सख्त हो गया और मै स्वाति की चुदाई करने लगा वो दो बार लगातार झड़ गई और तीसरी बार भी झड़ एक दम पस्त हो गई।
अब उसकी बहन मेरा लन्ड सहला रही थी क्योंकि मै झड़ा नही था तो उनकी चुदाई शुरु करी और दोबारा उनके साथ ही उनके अंदर झड़ गया। अब कुछ देर मे वो कपड़े सही कर दूसरे कमरे मे चली गई और हम सो गए। अगले दिन मेरी साली की नजर कुछ बदली लगी वो बार बार मुझे तिरछी नजर से देखती और मुस्कुरा जाती मै समझ तो गया ही था कि इसने कल रात सब देखा है।
अब दो दिन बाद शाम को जब आया तो स्वाति अपनी दी से किचेन मे कह रही थी कि मेरे पिरियड मिस हो गए हैं पिछले मंथ भी नही आए इस बार भी नही। उसकी दी मुस्कुरा कर बोली जब सारा जलेबी सिरा अपनी मुनिया को पिला देती है तो पिरियड तो मिस होगें ही। अगली सुबह जल्दी मै स्वाति को उठाया और एक टेस्टिंग किट दिया। “Wife Sister Sex Kahani”
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स्वाति: ये क्या है?
मै: कल दीदी को बता रही थी ना पिरियड मिस है तो जाओ चेक कर लो।
वो बाथरुम गई और कुछ देर बाद आई कमरे मे।
स्वाति: मुझे कुछ समझ नही आ रहा है देखिए तो।
मै देखा तो पॉजिटिव था। मै उसे बाहों मे भर लिया और प्यार करने लगा।
स्वाति: क्या हुआ?
मै: तू मां बनने वाली है।
वो शर्माते हुए मेरे सीने से लग गई मै उसके माथे पर चूम लिया। दिन मे सबको बता दिया तो सभी बहुत खुश हुए। अब रात को सबने खाना खाया हमने अपने पड़ोसी को भी इन्वाइट किया था। खाना खा हम दोनो बेड पर आ गए और एक दूसरे को प्यार करने लगे कुछ देर बाद उसकी दी गेट पर नॉक की स्वाति दरवाजा खोली तो वो अंदर आई। अब हम बैठ कर बातें कर रहे थे स्वाति मेरा सर अपने गोद मे रखी थी मै लेटा था वो बार बार झुक कर कभी मेरे चेहरे कभी माथे कभी और कभी होंठ चूम लेती।
दी: क्या हुआ, तुमलोगो को कुछ करना है क्या, मै डिस्टर्ब कर रही हूं।
मै: नही ऐसी कोई बात नही, आप बैठिए।
दी: नही अगर करना है तो अभी ही दो तीन महीने तक करना वो भी सावधानी से उसके बाद कुछ नही।
मै: हां इतना तो पता है!
स्वाति: सावधानी मतलब?
दी: मतलब पेट पर जोर नही पड़ना चाहिए, पेट के बल सोना नही है अब तुम्हें।
कुछ देर बाद स्वाति मुझे किस करने लगी उसकी दी जाने लगी तो स्वाति उनका हाथ पकड़ ली। हम तीनो अब रोमांस करने लगे पहले मैने दोनो की बुर चाटी और स्वाति को एक बार और उसकी दीदी को दो बार चोदा। उसकी दी दूसरे कमरे मे चली गई हम दोनो नंगे ही सो गए।
कुछ दिन बाद उसकी दीदी और बच्चे चले गए बेबी मेरी साली अपनी दीदी की देखभाल भाल के लिए रह गई। अब हम तीनो एक ही बेड पर सोते थे। एक रात जब नींद खुली तो मेरा हाथ बेबी के कमर पर था। मै हटा लिया। मै दोनो के बीच मे सोता था। कुछ देर बाद फिर जब नींद खुली तो हाथ उसकी कमर पर था मे समझ गया कि मेरी गलती से नही हो रहा है।
अगली रात अपने हाथ को उसके बूब्स पर पाया मै हटा लिया। अब अगली रात मै सोया नही बस सोने कि एक्टिंग करी। कुछ देर बाद मुझे लगा कि मेरी बाईं ओर बेबी उठ कर बैठ गई। मै हल्के से आंख खोल देखा तो वो अपनी बहन को और मुझे देख रही थी नाइट बल्ब जल रही थी।
अब वो लेट गई और मेरा हाथ पकड़ दो बार गिराई शायद चेक करने के लिए के मै जगा तो नही हूं मै पीठ के बल सोया था, जब उसे लगा कि मै नींद मे हूं तो वो मेरा बायां हाथ पकड़ थोड़ा अपने हाथ से टच करती रही अब अपनी चिकनी पेट से सटाई। कुछ देर वैसे ही रही और सो गई शायद। “Wife Sister Sex Kahani”
अब अगली रात भी वैसा ही करी इस बार अपने पैर के तलबो को मेरे हाथ से सहलाती रही कुछ देर और हाथ को अपने गर्दन के पास रख सो गई। अगली रात मै बाई करवट ले सोया था तो उसने आज तो हाथ को पकड़ अपनी पीठ को मेरी तरफ किया और मेरा दायां हाथ पहले अपनी कमर पर रखा अब वो धीरे धीरे अपनी चिकनी पेट से ले जाते हुऐ टी शर्ट मे घुसाने लगी।
उसने लूज टी शर्ट पहनी थी वो हाथ को अपने बूब्स के निचले हिस्से तक ले गई उसने ब्रा नही पहनी थी। कुछ देर सहलाई और हाथ को अपनी कमर पर रख सो गई। कोई अगर देखता तो यहीं सोचता कि मैने ही उसे पकड़ रखा है। अब अगली रात स्वाति को चुदवाय कुछ दिन हो गए थे तो उसे खुजली होने लगी तो सोने जाने से पहले ही इशारा कर चुकी थी कि जब बेबी सो जाएगी तो चलना दूसरे कमरे मे।
अब सब बेड पर आ गए सारे सोने का नाटक करने लगे बेबी भी सोने का नाटक ही कर रही थी क्यूंकि मुझे उसके रोज के खेल के बारे मे पता था। कुछ देर मे स्वाति मुझे उठाई और धीरे से बोली की चलो लगता है बेबी सो गई। लेकिन मुझे पता था कि वो नही सोई थी। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.
हम उठ कर दूसरे कमरे मे गए सबसे पहले हम लम्बा स्मूच किए मै बोबे चूसा वो आह आह करने लगी अब उसकी बुर को चूसा वो झड़ गई अब सावधानी से चुदाई करी और कमरे मे आ सो गए। मुझे लगा कि मेरी साली अभी भी सोने का नाटक कर रही है।
अगली रात मै बाई करवट सोया था तो वो मेरा हाथ पकड़ पहले अपनी नंगी पेट पर ले गई धीरे धीरे सावधानी से अब वो अपने छोटे छोटे मम्मे पर ले गई मेरा तो दिल धक धक करने लगा। एक दम छोटे मम्मे थे मेरी पुरी हथेली मे आ सकते थे उभरे हुए नही चिपके हुए टाईप थे।
एक तो होता है समोसे जैसा बन जाता है वैसा नही शरीर से पूरा लगा हुआ था समझो आधा टेनिस बॉल काट कर चिपका दिया हो। निप्पल भी छोटे किशमिश जितने बडे़ होगें। वो मेरा हाथ ले जा अपने दोनो मम्मे के बीच रख दोनो से दबाने लगी। अब मेरे हाथ की उंगली पर कंट्रोल नही रहा इतने मुलायम चूंचियों को छू कर मेरी ऊंगली की नसे फड़फड़ा गई। “Wife Sister Sex Kahani”
और मेरी ऊंगली ने उसके निप्पल को छेड़ दिया, बस हल्का सा ही वो डर गई और हाथ धीरे से हटा दी। उसे शायद लगा मै जगने लगा हूं। अब अगले रात भी वो मेरा हाथ अपनी टी शर्ट मे मम्मे पर ले गई इस बार मैने दो उंगली से उसके निप्पल पकड़ लिया पहले तो वो डर गई पर आज हाथ नही निकाली शायद जान गई थी कि मै जगा हुआ हूं और सब जान गया हूं मै भी ज्यादा कुछ नही किया बस ऊंगली इधर उधर हिलाता रहा हाथ नही हिलाया।
अगले दिन वो मेरी ओर देखती तो शर्मा कर नजर नीचे कर लेती। अब रात मे इस बार उसकी हिम्मत बढ़ गई थी वो जान गई थी कि मै कुछ नही बोलूंगा तो रात मे मेरे होंठो पर ऊंगली फिराती गाल पर भी। अब कुछ रात बाद तो माथे पर गाल पर होंठ पर चूमती भी थी पर हल्के से ताकि किसी की नींद ना खुले।
अब कुछ रातों तक उसके चूमने का सिलसिला ही चला वो बहुत देर तक हल्के हल्के हाथ फेरती और चूमती। एक शाम मैने बस स्वाति को इतना बोला कि रात मे देखना चुपके से तेरी बहन क्या करती है। अब रात मे पहले साली ने मेरे शरीर पर उंगलियां फेरी मै बाई करवट था तो मेरे गाल कान पर चूमी दे रही थी।
इतने मे स्वाति उठ गई और बोली ये तु क्या कर रही है बेबी। बेबी डर गई और जल्दी से लेट गई मेरी ओर पीठ करके उसकी धड़कन बढ़ गई थी डर कि वजह से उसकी सांसें तेज चल रही थी। मै और स्वाति हल्के हल्के हंस पड़े। मै उसे कमर से पकड़ खुद ही सटा लिया और उसके टी शर्ट मे हाथ डाल उसके सीने पर रख दिया जो तेज तेज धड़क रहा था। “Wife Sister Sex Kahani”
स्वाति:(धीरे से मेरे कान मे) क्या हुआ?
मै: डर गई है सो जाओ तुम।
मै अपनी साली को वैसे ही पकड़ लेटा रहा स्वाति अपनी एक टांग मेरी कमर पर रख सो गई। अब अगले दिन शाम को स्वाति पड़ोसन के पास गई थी मै सोफे पर बैठा था बेबी मेरी बगल मे बैठ गई और अपने गाल को मेरे गाल से रगड़ने लगी। मै उसे गोद मे बैठा लिया उसकी कमर से पकड़ उसके पेट को सहलाने लगा।
हम बोल कुछ नही रहे थे। अब एक दो किस मै उसके गाल पर किया वो मेरे माथे पर चूमी। अब हाथ उसकी टी शर्ट मे घुसा उसके मम्मे पर रख दिया और आंखों मे देख इशारा किया दबाने का उसने शरमाते हुए ना का इशारा किया।
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बेबी: फोन बज रहा है आपका, जाइए उठाइए।
मै: छोड़ों ना बाद मे बात कर लूंगा।
बेबी: कोई जरूरी कॉल होगा, मै लेकर आती हूं।
वो कमरे मे गई और मेरा फोन लाकर मुझे दी और वापस मेरी गोद मे बैठ गई और बाल सहलाने लगी। फोन मेरे चचेरे भाई रोहन का आ रहा था।
मै: अरे घर से फोन है, रहने दो रात मे बात कर लूंगा।
बेबी: बार बार आ रहा है उठा लीजिए हो सकता है कुछ जरूरी कॉल हो।
मै कॉल उठाया रोहन से थोड़ी देर इधर उधर की बात हुई फिर रोहन ने कहा कि भैया मेरी छुट्टी है कुछ दिन की तो क्या मै आ जाऊं। इसी बहाने भाभी से भी मिल लूंगा। मै बोला हां आ जाओ। कुछ देर हमारी और बात हुई। बात कर मुझे ऐसा लगा कि उसे कुछ ज्यादा ही पता है यहां के बारे मे जैसे मेरी बड़ी साली चली गई कल बारिश हुई थी, खाना आज सुबह क्या बना था और भी बहुत कुछ।
मै सोचने लगा कि उसे कैसे पता चला कि आज दाल चावल नही बना है नॉनवेज बना है। क्यूंकि जब उसने पूछा कि क्या खाया मैने तो ऐसे ही जो हमेशा मुंह से निकलता है निकल गया डाल चावल। तो उसने बोला कि आप चिकन नही खाए। फिर मैने बोला कि हां चिकन खाया था। “Wife Sister Sex Kahani”
अब इतना डिटेल तो तभी पता हो सकता है जब कोई इस घर से उससे बात करता हो या किया हो। मै तो किया नही स्वाति भी नही ही करती है बस घर वालों से रात मे करती है। तो कौन हो सकता है इतने मे बेबी वापस आकर मेरी गोद मे बैठ गई जो चली गई थी उठकर क्योंकि लम्बी बात होने लगी थी।
बेबी: क्या हुआ?
मै: कुछ नही वो रोहन की छुट्टी है तो वो आने के लिए पूछ रहा था।
बेबी: तो!
हालंकि वो यहीं थी जब मै बोला था रोहन को आ जाने को लेकिन वो फिर पुछ रही थी। तो मुझे थोड़ा सक हुआ। मै बस उस सक को दूर करने के लिए सोचा।
मै: मै बोल तो दिया आने के लिए लेकिन लगता है अब मना कर दूं तुम्हें और तुम्हारी बेकार मे परेशानी हो जाएगी।
बेबी: नही दिक्कत क्या होगी हमे?
मै उसका चेहरा देख रहा था वो नजरें चूरा रही थी।
मै: अरे स्वाति से बिना पूछे कह दिया वो कहीं गुस्सा ना हो जाए।
बेबी: नही गुस्सा होगी आप क्या मेरी दीदी को ऐसा समझते हैं?
मै: थोडी तो दिक्कत हो जाएगी तेरी दीदी, ज्यादा काम करना पड़ेगा ऊपर से प्रेग्नेंट भी है।
बेबी: मै कर दूंगी ना सारा काम!
मै: फिर भी लाओ मना कर देता हूं बाद मे कभी आ जाएगा।
मै टेबल से फोन उठाने के लिए झुका तो वो फोन दूर करने लगी थोड़ी देर मे फोन बडे़ उदास मन से देते हुए बोली ठीक है कर दीजिए मना और वो गोद से उतरने लगी। लेकिन मै उसे बैठाए रखा। “Wife Sister Sex Kahani”
मै फोन लगाया।
मै: हां भाई तेरे फोन का पासवर्ड क्या है?
रोहन: क्या!
मै: यहीं कि तेरे फोन पासवर्ड के बीच मे 26 आता है ना।
रोहन: हां, पर आपको कैसे पता?
मै: क्योंकि मैने उसी 26 को पकड़ रखा है।
मै बेबी की कमर को सहलाते हुए बोला।
रोहन: क्या पकड़ा है, मुझे तो कुछ समझ नही आ रहा है?
मै: ले अब आगे के नम्बर 32 को पकड़ लिया। बोल तो दबा दूं।
मै बेबी के बूब्स पर हाथ फेरते हुए बोला!
रोहन: क्या दबा दूं? मुझे तो कुछ समझ नही आ रहा है!
मै:(बेबी की गांड़ दबाते हुए) और लास्ट के नंबर भी 32 ही हैं ना इसे तो दबा ही देता हूं।
रोहन: क्या बोल रहे हो मुझे समझ नही आ रहा है?
मै: अच्छा पहले आजा उसके बाद समझाता हूं अच्छे से। कब की टिकट कराऊं।
मेरी टिकट कराने की बात सुन बेबी के चेहरे पर मुस्कान दिखी जो उससे छुपाए ना छुपी। अब वो जो थोड़ी देर पहले गोद से हटने की कोशिश कर रही थी अब अच्छे से बैठ गई थी और मेरे गले मे बाहें डाल चुकी थी।
रोहन: अभी तो फूल है स्लीपर मे भी अगले हफ्ते का करा दीजिए।
मै: ठीक है अगले हफ्ते ही आना ओक बाय।
मै अपनी साली के गालों से खुद के गाल सहला रहा था इतने मे स्वाति हमारे बगल मे आ बैठ जाती है हमे पता भी नही चला।
स्वाति: (हंसते हुए) मेरी प्यारी बहना तू मेरे पति को हड़पना चाहती है क्या?
बेबी शर्मा जाती है और मेरे गोद से उतरने लगती है लेकिन मै उसे पकडे रहता हूं स्वाति भी हम दोनो को बाहों मे भर लेती है।
मै: नही, नही ये तुम्हारे पति को नही तुम्हारे देवर को हड़पना चाहती है।
स्वाति: कौन, रोहन!
बेबी शर्मा कर तकिए से अपना मूंह छुपा लेती है।
मै: मुझे क्या पता पूछो!
स्वाति: मुझे भी थोड़ा डाउट है!
बेबी: ऐसा कुछ नही है!
मै: तो कर दूं आने को मना!
बेबी: कर दीजिए।
वो शर्माते हुए उठ कर चली गई। अब कुछ दिन तक यहीं चला रात मे बेबी मेरे हाथ से अपना जिस्म सहलाती धीरे से चूमियां लेती। अब तो उसे अपनी बहन का भी डर नही था लेकिन उसके सामने नही ही करती कुछ। मै और स्वाति का मन होता तो दूसरे कमरे मे जा चुदाई कर लेते। ये कहानी आप क्रेजी सेक्स स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे है.
अब रोहन आया तो मैने उसे पूछ ही लिया वो मुझसे छोटा है और डरता भी है तो सब सच बता दिया कि शादी मे मिला था तो बात हुई थी फिर नम्बर एक्सचेंज किया था। वैसे भी हम ज्वाइंट फैमिली मे रहते हैं। और स्वाति कि बूआ और रोहन के मम्मी का कोई करीबी रिश्ता है। जब मै हॉस्पिटल जा रहा था तो मुझे लगा कि कहीं ये कुछ उल्टी सीधी हरकत ना करने लगे। मै किचन मे गया जहां स्वाति और बेबी थीं।
मै:(बेबी को पीछे से पकड़ते हुए) मेरे जाने के बाद कुछ करने मत लग जाना दोनो क्योंकि दीदी तो दोपहर मे सो जाएगी।
बेबी:(शरमाते हुए) जाओ ना जीजू परेशान मत करो।
मै बाहर जाने लगा तो बेबी टिफिन लेकर आई।
बेबी: चिन्ता मत करो जीजू पहला प्यार तो मै तुम पर ही लुटाऊँगी।
अब रात को हम तीनों एक साथ सोए और रोहन अलग कमरे मे। अब कुछ दिन रोहन रहा सब घूम फिर लिए। और रोहन चला गया। अब डिलीवरी के टाईम हम घर आ गए। बेबी भी हमारे साथ आई थी जिस दिन मेरा बेटा हुआ उस रात को मै और बेबी एक ही कमरे मे थे स्वाति, बेटे और मम्मी के साथ नीचे वाले कमरे मे थी। मै और बेबी लेटे थे बेड पर और बच्चे का नाम डिस्कस कर रहे थे। “Wife Sister Sex Kahani”
बेबी:(मेरी आंखों मे देखते हुए) जीजू आज मै बहुत खुश हूं दिल कर रहा है अपना सारा प्यार आप पर लूटा दूं।
मै:(उसे बाहों मे भरते हुए) एक तरफ तो मेरे छोटे भाई की बीबी बनने की सोचती हो दूसरी तरफ अपना प्यार भी लुटाना चाहती हो।
वो शरमा कर मेरे सीने से लग जाती है।
बेबी: जब बनूंगी तब बनूंगी अभी आप मेरे जीजू हो और आज मुझे आपने प्यारा सा भांजा दिया है।
इतना बोल वो मेरा होंठ चूसने लगी मै भी चूसने लगा उसके बाद उसकी गर्दन कान गले सब जगह चूसा वो मदहोश हो गई धीरे धीरे दोनो के टी शर्ट उतर गए। मै उसके छोटे मम्मे चूसने लगा वो सिसकारियां भरने लगी उसके पूरे सीने को चूसा पूरा चूंची मूंह मे भरने की कोशिश करता उसके पेट नाभि को चूसा उसके पीठ को चूसा।
अब पेडू चूसते हुए उसकी सलवार सहित पैन्टी भी उतार दी अब वो मेरे सामने बिल्कुल नंगी थी। मै उसके पैर पकड़ तलबे चूसने लगा वो मस्त हो गई उसकी पतली टांगों को चूसा और जांघों तक पहुंच गया अब चूसते हुए उसकी बुर पर जीभ फिराने लगा एक दम बाल रहित बुर छोटी सी प्यारी सी गोरी बुर थी जिस पर ब्राउन रोएं थे।
मै उसकी नजरों मे देखता हुआ बुर को मूंह मे भर लिया वो सीत्कार उठी और मेरा सर हटाने लगी। मै उसकी मलाईदार बुर चूसता रहा कभी उसके बलून जैसे चूतड चूसता कभी बुर कुछ देर मे ही वो कमान के जैसे मुड़ गई और झड़ गई मै उसके यौवन का पहला रस सारा पी गया। अब उसके बगल मे लेट गया वो मेरे पर चढ़ गई और स्मूच करने लगी गाल माथे कान सब जगह चूसी।
बेबी: जीजू आई लव यू।
मै: आई लव यू बेबी।
अब सीने को चूमते हुए मेरे निप्पल काटने लगी मेरे गले पर प्यारे प्यारे बाइट देने लगी। मै अब उसे लिटा दिया और उसकी बुर को गिला कर लन्ड फेरने लगा वो सिसकारियां भरने लगी मै धीरे धीरे लन्ड उसकी कुंवारी अनचुदी बुर मे उतार दिया उसकी आंखें बारह आ गई थी आंखों से आंसु और बुर से खून बह रहा था लेकिन वो चीखी चिलाई नही। “Wife Sister Sex Kahani”
अब मै उसे प्यार करने लगा उसके होंठ चूसे मम्मे चूसे तो उसे अच्छा लगने लगा तो वो थोड़ा थोड़ा गांड़ उठाने लगी मै भी अब हल्के हल्के धक्के लगाने लगा वो सिसकारियां भरने लगी और आह आह करने लगी मुझे अपनी बाहों मे भरने लगी। कुछ देर मे मै उसे घोड़ी बनने बोला तो वो शरमाते हुए बन गई मै पीछे से लन्ड डाल चुदाई करने लगा।
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अब मै नीचे लेट गया और उसे अपने लन्ड पर धीरे धीरे बैठा लिया वी सिसकते हुए लन्ड पर बुर पटकने लगी मै उसके गान्ड पकड़ सहयोग कर रहा था। अब वो थकने लगी तो मुझे ऊपर आने बोली मै उसके बेड किनारे खड़े हो धक्के लगाने लगा तो वो मुझे बाहों मे भर खुद के ऊपर लिटा ली।
अपनी टांगें मेरी कमर पर लपेट ली मेरे गाल होंठ चूसने लगी मै सटा सट चूत मारने लगा वो कांपते हुए झड़ने लगी और उसकी बुर मेरे लन्ड को निचोड़ने लगी और हम दोनो लगभग एक साथ झड़ गए। मै उसे खूब प्यार किया और उसकी शादी मेरे चचेरे भाई से हो गई शादी के बाद भी वो मुझसे खूब चुदाई करवाती है कभी दोनो छत्तीसगढ़ आते हैं तो दोनो सभी एक ही कमरे मे एक ही बेड पर चुदाई करते हैं।
मेरी बीबी उससे नही चुदवती है ना उसने कभी कहा है लेकिन मै मेरी साली को खूब चोदता हूं और वो भी मुझसे खुब चुदवाती है। कहानी पुरी पढ़ने के लिए धनवाद आशा है आपका सहयोग ऐसा ही मिलता रहेगा। कहानी पसन्द आई हो तो लाईक करें और अपने दोस्तों मे शेयर करें।
Rohit says
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